A SECRET WEAPON FOR SHIV CHALISA LYRICSL

A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl

A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl

Blog Article

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

ब्रह्म Shiv chaisa – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

O Lord, the beloved daughter of Maina on Your left adds in your splendid look. O Wearer in the lion's skin, the trishul as shiv chalisa lyricsl part of your hand destroys all enemies.

जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥

Report this page